करवा चौथ 2023(Karva Chouth 2023 Poem) पर ये गीत नहीं पढ़ा तो क्या पढ़ा
करवा चौथ (Karva Chouth) का उपवास
करवा चौथ पर कविता हिंदी ( Karva Chouth 2023 Poem in hindi) में -
टकटकी बांधे हुये बैठा हैं ये आकाश,
तुम छत पर चले आओ.
चाँद तुमको देखकर खोलेगा खुद उपवास,
तुम छत पर चले आओ.
स्वर्ग भी इस प्यार के संसार से बढ़कर कहाँ हैं?
कोई संबल प्यार के आधार से बढ़कर कहाँ हैं?
गीत कोई प्रीत की गुंजार से बढ़कर कहाँ हैं?
पुण्य कोई भी तुम्हारे प्यार से बढ़कर कहाँ हैं?
इक चकोरी आ गई हैं चन्द्रमा के पास,
तुम छत पर चले आओ.
चाँद तुमको देखकर खोलेगा खुद उपवास,
तुम छत पर चले आओ.
देव मंदिर की सुनहरी जालिया गुमसुम रखी हैं!
अर्चना के फूल की सब डालिया गुमसुम रखी हैं!
सुर्ख मेहंदी की सिंदूरी प्यालिया गुमसुम रखी हैं!
सब छतो पर आरती की थालिया गुमसुम रखी हैं!
डगमगा जाये न जग का आस्था-विश्वास,
तुम छत पर चले आओ.
चाँद तुमको देखकर खोलेगा खुद उपवास,
तुम छत पर चले आओ.
मन के भीतर प्यार का आभास छुप छुप कर रखा था!
कल जमाने से यही अहसास छुप छुप कर रखा था!
कुछ बरस पहले कोई उल्लास छुप छुप कर रखा था!
तुमने घर भर से यही उपवास छुप छुप कर रखा था!
अब हमारी प्रीत का हो जाये न उपहास,
तुम छत पर चले आओ.
चाँद तुमको देखकर खोलेगा खुद उपवास,
तुम छत पर चले आओ.
अब हमारी और तुम्हारी चाह जग को देखने दो!
प्यार का काजल हुआ हैं स्याह, जग को देखने दो!
इस समंदर की नहीं हैं थाह, जग को देखने दो!
आज दो हंसो का छत पर ब्याह, जग को देखने दो!
आज की ये शाम इक हो जायेगी इतिहास,
तुम छत पर चले आओ.
चाँद तुमको देखकर खोलेगा खुद उपवास,
तुम छत पर चले आओ.